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    Xiaomi ने प्राइवेसी पर उठ रहे सवालों के बीच अपडेट किए ये ऐप

    सिक्योरिटी रिसर्चर्स द्वारा उठाए गए प्राइवेसी सवालों पर Xiaomi के अपने ब्लॉग पोस्ट के ज़रिए सफाई दी है। शाओमी ने ऐलान किया है कि उन्होंने Mi Browser और Mi Browser Pro के लिए वर्ज़न 12.1.4 अपडेट ज़ारी किया है और साथ ही Mint Browser के लिए वर्ज़न 3.4.3 अपडेट पेश किया है।

    Xiaomi ने प्राइवेसी पर उठ रहे सवालों के बीच अपडेट किए ये ऐप
    Xiaomi ने पहले डेटा इकट्ठा करने के आरोप को नकार दिया था

    Xiaomi ने अपने Mi Browser, Mi Browser Pro और Mint Browser को अपडेट कर दिया है और इसके साथ ही यह अपडेट यूज़र्स को “Aggregated data collection” को स्विच ऑन और ऑफ रखने की भी इजाज़त देगा, जिसको पिछले हफ्ते सिक्योरिटी रिसर्चर्स द्वारा ढूंढा गया था। बता दें, हाल ही में कंपनी पर प्राइवेसी को लेकर सवाल खड़े हुए थे। बाद में कंपनी ने इन सभी खबरों का खडंन कर दिया था। इसके बाद ही यह नया अपडेट सामने आया है। हालांकि, शाओमी ने अन्य ट्रैकिंग सवालों पर कोई बयान ज़ारी नहीं किया है, जो कि रिसर्चर्स द्वारा उठाए गए थे।

    सिक्योरिटी रिसर्चर्स द्वारा उठाए गए प्राइवेसी सवालों पर Xiaomi के अपने ब्लॉग पोस्ट के ज़रिए सफाई दी है। शाओमी ने ऐलान किया है कि उन्होंने Mi Browser और Mi Browser Pro के लिए वर्ज़न 12.1.4 अपडेट ज़ारी किया है और साथ ही Mint Browser के लिए वर्ज़न 3.4.3 अपडेट पेश किया है।  इन अपडेट के साथ यूज़र्स को इनकॉगनिटो मोड पर विकल्प चुनने का मौका दिया जाएगा, कि वह “aggregated data collection” को स्विच ऑन रखना चाहते हैं या फिर ऑफ।

    Aggregated Data collection बाय डिफॉल्ड डिसेबल होता है। हालांकि, आप अपने शाओमी स्मार्टफोन में जाकर चेक कर सकते हैं कि आपके इनकॉगनिटो मोड में यह बदलाव हुआ है या नहीं। इसके लिए आपको सेटिंग्स में जाकर इनकॉगनिटो मोड सेटिंग्स फ्रॉम द ब्राउज़र में जाना होगा। यहां आपको इनहैंस इनकॉगनिटो मोड विकल्प दिखेगा, जिसको इनेबल यानी ऑन करने के बाद शाओमी आपके ब्राउज़िंग डेटा को हासिल कर सकती है, जिसमें आपके द्वारा गूगल व अन्य सर्च इंज़न पर सर्च की सर्च क्वैरी का डेटा भी शामिल होगा।

    आप अपडेटेड मी ब्राउज़र प्रो और मिंट ब्राउज़र को अपने एंड्रॉयड डिवाइस के प्ले स्टोर से डाउनलोड कर सकते हैं। हालांकि, जिन MIUI यूज़र्स ने मी ब्राउज़र को पहले ही इंस्टॉल किया हुआ है, जो इसे अनइंस्टॉल नहीं कर सकते... उन यूज़र्स को यह अपडेट ओवर द एयर ही प्राप्त होगा, वह मैनुअली सेटिंग्स से सिस्टम ऐप अपडेटर में जाकर इसे डाउनलोड कर सकते हैं।

    From saying ‘fake news' to 'software update'

    आपको बता दें, शुरुआती रूप में शाओमी ने सिक्योरिटी रिसर्चर्स Gabi Cirlig और Andrew Tierney के हवाले वाली इस फोर्ब्स की रिपोर्ट का खंडन कर दिया था। इस रिपोर्ट में मी ब्राउज़र, मी ब्राउज़र प्रो और मिंट ब्राउज़र की प्राइवेसी को लेकर कई सवाल खड़े हुए थे। कंपनी का कहना था "हमें लगता है कि हमने अपने डेटा प्राइवेसी प्रिंसिपल और पॉलिसी को लेकर जो बताया, उसे गलत तरीके से समझा गया है।" शाओमी इंडिया के मैनेजिंग डायरेक्टर मनु कुमार जैन ने इस बाबत एक वीडियो भी शेयर किया, जिसमें उन्होंने कहा कि मी ब्राउज़र्स को लेकर जो कहा जा रहा है कि वह यूज़र्स का डेटा इक्ट्ठा करके उसे दूसरे देश में भेजती है यह बिल्कुल गलत है इसमें बिल्कुल सच्चाई नहीं है।

    हालांकि, जैन के वीडियो के जवाब में Tierney ने भी एक वीडियो ज़ारी किया। जिसमें जैन द्वारा खंडित किए गई बात को हाइलाइट करके शाओमी ब्राउज़र के द्वारा इक्ट्ठा किया डेटा दिखाया गया, यहां तक कि इनकॉगनिटो मोड का इस्तेमाल करते हुए भी डेटा इक्ट्ठा किया गया है। हालांकि, यह बात अपडेट ज़ारी होने से पहले की है।

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